• Home
  • About Us
  • Contact Us
Bahujan Samaj Party (BSP)Bahujan Samaj Party (BSP)Bahujan Samaj Party (BSP)Bahujan Samaj Party (BSP)
  • Our President
  • Our Leadership
    • Our All Leaders
    • Bahan Kumari Mayawati ji
  • Our Ideals
    • Baba Saheb Dr B.R. Ambedkar
    • Manyavar Shri Kanshiram
    • Lalai Singh Yadav
  • News
  • About BSP
    • About Us
    • State Unit
      • Gujrat BSP
      • Punjab BSP
    • Contact Us
    • Blog
    • Books
    • Video Gallery
    • BSP Achievements
    • Quotes
      • Dr. B.R. Ambedkar
NextPrevious
Ambedkar Park

दलितों की पहचान, राष्ट्रीय दलित स्मारक 2011, नोएडा

By admin | Blog | 2 comments | 29 May, 2020 | 8

आज एक बार फिर सिद्व हो गया है कि जब-जब किसी दलित को मौका मिला, इतिहास फिर दोहराया गया, पहली बार जब किसी दलित को मौका मिला तो देश के सबसे पवित्र ग्रन्थ संविधान लिख डाला, तब भी हजारों लोगों ने उन पर उगंली उठाई और आंखे तानी, लेकिन उन्होनें वो काम इतने बेहतरीन तरीके से कर दिखाया की सबकी आंखे फटी की फटी रह गई । जो आज भी 122 करोड़ लोगों कि उम्मीदों पर खरा उतर रहा है जो आज इस देश और दुनिया के लिए एक मिशाल है ।

पुनः 1995 में जब एक बार फिर दलित की बेटी को कुछ समय के लिए मौका मिला तो उन्होनें दलितों को एक पहचान देने की कोशिश की, लेकिन मुनवादियों ने यह होने नहीं दिया लेकिन जाते-जाते वो कर दिखाया जिसे हम लखनऊ के अम्बेडकर पार्क के नाम से जाते हैं । जिस पर भी बहुत हल्ला हुआ, जब भी कोई दलित तरक्की करेगा तो आंखो में भी खटकेगा और हल्ला तो होगा ही, यह पहले से ही तय है, जिसे दलितों को समझना होगा ।

इस बार 2007 सारे अनुमानों को नकारते हुए बहुजन जनता ने साथ दिया और एक और इतिहास बन गया जिसे अब आने वाले हजारो सालों तक दलित स्वर्ण दौर के रूप में जाना जाएगा । किसी ने कहा है चाहे सुनामी आये, या भूकम्प या तूफान, कोई भी ताकत, इसे मिटा नहीं सकती, क्योंकि इसे मेहनत तथा हिम्मत के साथ दलित की बेटी ने बनाया है जिसे आने वाले हजारों सालो तक कोई आपदा मिटा नहीं सकती । जिसे हम राष्ट्रीय दलित स्मारक के नाम से जानते है ।

 

       नोएडा में बने 700 करोड़ के राष्ट्रीय दलित स्मारक, 3.32 लाख वर्ग मीटर में फेले इस पार्क को तीन भागो में बनाया है, पार्क में 75 प्रतिशत क्षेत्र में हरियाली, 25 प्रतिशत क्षेत्र में निर्माण कार्य है, प्रथम मुख्य भाग में 39 मीटर उंचा स्तूप है जिसमें 18 फीट उंची डॉक्टर अम्बेडकर, मान्यवर काशीराम, बहन मायावती की कास्य प्रतिभा लगी है और उनका जीवन परिचय उल्लेखित किया गया है, स्तूप के दोनों और 68 फीट उच्चे फब्बारे बने है और दोनों और 16-16 हाथी बने है । दूसरे भाग में 100 फीट उच्चा मुख्य समता मूलक स्तम्भ बना है जिसके चारों और 11 महान दलित ( महात्मा ज्योतिबा फुले, छत्रपति शाहूजी महाराज ,श्री नारायण गुरू, संत कबीर, संत रविदास, डॉं अम्बेडकर ,मान्यवर काशीराम, संत नामदेव, बिरसा मुंडा आदी ) महात्माओं की 18 फीट उंची कास्य प्रतिमाये लगाई गई है । मुख्य स्तूप के दोनों और 20 हाथी बने है, उद्यान में 7500 पेड़ लगे है । पार्क में रात्रि में बिजली, पार्क का मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करती है जो आनन्दीत कर देता है ।

       एक खास और अनकही बात यह पार्क हमेशा कहता रहेगा, कि जब भी कोई उच्च वर्ग का व्यक्ति इस पार्क में जायेगा, तो वह कभी भी किसी दलित को कम आकने की भूल या हिम्मत नहीं करेगा । जब-जब ऐसा कार्य होगा स्वर्णो की आंखो में खटकेगा क्योंकि कभी भी उन्होनें इतने उच्चे दलित स्मारक नहीं देखे है , उन्हें आदत नहीं है, इसलिए उन्हें चिड़ हो रही है । इसी चिड के कारण जब इन बेईमानों को देखो, जब पहली बार दलितों के लिए कोई मंदिर बना तो उनको पैसो की बर्बादी नजर आ रही है, लेकिन जब गांधी, नेहरू के स्मारक बनते है तो इनकी सोच बदल जाती है, यदि उनसे पूछा जाय कि देश में बने गांधी, नेहरू के स्मारकों पर बर्बाद किये अरबो की राशि का कितना प्रतिशत है, तो यह राष्ट्रीय दलित स्मारक गिनती में भी नजर नहीं आता है । तब इनकी बोलती बंद हो जाती है ।

आज भी मनुवादियों की सोच नहीं बदली है वो आज भी आजादी के 64 साल बाद भी दलितों को गुलाम बनाये रखना चाहते है उसी का कारण है कि वो नहीं चाहते कि कोई दलित उपर उठे या उसकी पहचान बने । आज जिस प्रकार दलितों को केवल सरकारी नौकरी का टुकडा, डालकर गुलाम बनाने का प्रयास जारी है जिसके कारण उन्हें आजादी और गुलामी का अहसास ही नहीं है, क्योंकि नौकरी के चक्कर में, सरकार की सेवा में, उनकी पूरी उम्र निकल जाती है और केवल रोटी के जुगाड को, वे आजादी कहते है जबकि असली आजादी तो तब प्राप्त होती है जब हमारी राजकाज और सता में भागीदारी हो ।

जहां तक स्मारक पर लगे धन की बात है यह दलितों बहुजनों का पैसा है, जो इस देश की आबादी का 85 प्रतिशत है, जिसकी आज तक वसूली नहीं हो पायी है, आज पहली बार सूद (ब्याज) वसूलने का मौका मिला है तो उसी से, वे चिड रहे है, जो हमारा हक और अधिकार है, जो अब यह ज्यादा दिनों तक नहीं रोक सकते है, यह दिल्ली की सता को स्पष्ट संदेश है । हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिये कि हमारी आबादी जितनी है उनते प्रतिशत देश की धन सम्पदा, ताकत पर हमारा अधिकार है यह कोई भीख नहीं है, क्योंकि हम देश मालिक है, वारिश है ,अन्यथा यह हमारे साथ धोखा है ।

लेखक
कुशाल चन्द्र रैगर, एडवोकेट
M.A., M.COM., LLM.,D.C.L.L., I.D.C.A.,C.A. INTER–I,

 

No tags.

Related Post

  • kaplana being awarded

    दलित महिला की सफलता की कहानी |

    By admin | 0 comment

    दलित महिला की सफलता की कहानी |एक अबला और असहाय दलित युवती के मजबूत और करोड़पति उद्यमी बनने की असली कहानी। कभी पति की शारीरिक प्रताड़ना से आजिज आकर इस युवती ने जिंदगी खत्म करनेRead more

  • Reservation

    तेरा आरक्षण, आरक्षण है और मेरा आरक्षण, आरक्षण नही

    By admin | 4 comments

    आज कल कई लोग आरक्षण विरोध का खोखला ढिंडोरा पीट रहे है| जब मैने इनमे से कुझ लोगो ने जानना चाहा की क्या बह गाँधी विरोधी है तो आसमान ताकने लगे | क्यो की आरक्षणRead more

  • diksha bhumi

    बाबा साहेब की कर्मभूमि में दलित राजनीति खंड-खंड

    By admin | 0 comment

    नागपुर का दीक्षा भूमि स्मारक दलितों के लिए किसी तीर्थस्थल से कम नही है। यहीं डॉ अंबेडकर ने वर्ण व्यवस्था पर आधारित हिंदू धर्म को छोड़ कर बौद्ध धर्म का रास्ता अपनाया था। यहीं मेरीRead more

  • Dalit in Media

    मीडिया में दलित आ भी जायें तो करेंगे क्या

    By admin | 0 comment

    मीडिया में दलितों की भागीदारी और उनके सरोकरों की क्या स्थिति है सब जानते हैं। किस तरह उन्हें आने नहीं दिया जाता या उनके लिए दरवाजे बंद कर दिये जाते हैं। फॉरवर्ड प्रेस के मई13Read more

  • Ambedkar

    भारत की कोकिला और डॉ. अम्बेडकर

    By admin | 1 comment

    आज हम हिन्दुस्तान के दो महान् व्यक्तित्व पर चर्चा करने जा रहे है जिसमे भारत की कोकिला ( द नाइटएंगल ऑफ इण्डिया ) कही जाने वाली कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की प्रथमRead more

  • hindu muslim

    क्या मुसलमान भारत में बहुसंख्यक बनेंगे?

    By admin | 0 comment

     –राम पुनियानी गत 11 जून को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मुसलमानों को एक ‘अच्छी’ परिवार कल्याण योजना अपनानी चाहिए ताकि राज्य में व्याप्त घोर गरीबी और सामाजिक समस्याओं से मुकाबला कियाRead more

  • mayawati

    डीएनए वाले बयान पर बहनजी ने दिखाया मोहन भागवत को आईना

    By admin | 0 comment

    आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा हिन्दू और मुस्लिम समाज के डीएनए को लेकर दिये बयान पर बहस छिड़ गई है। बसपा प्रमुख बहन मायावती ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान परRead more

  • Punjab Election

    पंजाब चुनाव के लिए बसपा ने किया अकाली दल से गठबंधन

    By admin | 0 comment

    अगले साल 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव में बसपा प्रदेश की राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने जा रही है। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए सुखबीर सिंह बादल की अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी नेRead more

2 comments

  • Shyam Hardaha Reply July 21, 2020 at 1:50 pm

    शानदार लेख

  • Devendra Kumar Reply October 16, 2020 at 3:41 pm

    Sir, I want work with bsp as a maker of strategies to spread main motive of BSP,.
    I have a brilliant idea to come back in 2022 election in govt of Uttar Pradesh.
    The idea is that we have to work on groud level with the help of GPWs( Gram Panchayat Workers). We knew very well that how many districts in the UP and also knew about the tehsils, blocks and gram panchayats.
    The strategy is that the party has to appoint lots of GPWs who will responsible to provide information to gram panchayat’s youth in order to aware of them which party is in interest of them and which not.
    Let’s suppose, in Lucknow’s Malihabad tehsil there are 8 number of blocks in each block we need to appoint a GPW for only 5 gram panchayats in suppervion of area quardinator.
    And every week in every Village collect youth from sc st, obc and minority community. Explain them the shortcomings of present govt, dalit atrocities and every single issue to the every single people of every Village of State.

    Mera manana hai agar aisa hua toh party bharpoor vote payegi Grameen ilaakon se.
    Idea mera hai aur detail me agar strategy explain karne ka avsar dena ho toh 9140878348 pe contact karein.

Leave a Comment

Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

NextPrevious

Recent Posts

  • पंजाब चुनाव के लिए बसपा ने किया अकाली दल से गठबंधन
  • डीएनए वाले बयान पर बहनजी ने दिखाया मोहन भागवत को आईना
  • क्या मुसलमान भारत में बहुसंख्यक बनेंगे?
  • दलितों की पहचान, राष्ट्रीय दलित स्मारक 2011, नोएडा
  • भारत की कोकिला और डॉ. अम्बेडकर

Recent Comments

  • Shubham Pillewan on Blog
  • Fact Check: Do All Political Parties, Named In The Viral Post, Follow Dynasty Politics? Here’s The Truth | Newsmobile on About Us
  • Kanta Prasad on तेरा आरक्षण, आरक्षण है और मेरा आरक्षण, आरक्षण नही
  • Manendra Pratap Singh on Blog
  • VIKAS GAUTAM on तेरा आरक्षण, आरक्षण है और मेरा आरक्षण, आरक्षण नही

Our Leadership

  • Bahan Kumari Mayawati ji

Our Ideals

  • Baba Saheb Dr B.R. Ambedkar
  • Chhatrapati Shahuji Maharaj
  • Periyar Lalai Singh Yadav

BSP

  • Our President
  • About Us
  • Books
  • Video Gallery
  • Contact Us

Milestones

  • Poona Pact
  • BSP Achievements
  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
© Copyright 2008-2021 bspindia. | All Rights Reserved
  • Home
  • Our President
  • Baba Saheb Dr B.R. Ambedkar
  • Manyavar Shri Kanshiram
  • Chhatrapati Shahuji Maharaj
  • Periyar Lalai Singh Yadav
  • Video Gallery
  • Books
  • Blog
  • About Us
  • Contact Us
Bahujan Samaj Party (BSP)